कितनी बार सेक्स करना स्वाथ्य के लिए बेतहर?
शादीशुदा जीवन को कामयाब बनाने में ‘सेक्स रिलेशन’ (sex relation) एक खास रोल अदा करता है।
पति-पत्नी के बीच बेडरूम में जब सारी चीजें बेहतर रहती हैं,
तो वो उनके आपसी रिश्ते को मजबूत भी बनाती है।
हर कोई संभोग के लाभ बेहतर तरीके से जानता है या फिर जानने के प्रयास में रहता है।
चाहे बात पति-पत्नी के रिश्तों में मिठास घोलने की हो या फिर स्वास्थ्य से संबंधित हो।
इंटिमेट रिलेशन से मिलने वाले लाभ किसी से रहस्य बनकर नहीं रहे हैं।
एक गहन शोध में तो यह बात भी सामने आई है कि
पति-पत्नी के बीच एक अच्छा बॉडी रिलेशन, एक सफल सेहत की चाबी है।
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क्या फायदे हैं बेहतर सेक्स संबंध के?
स्त्री-पुरूष के बीच एक बेहतर शारीरिक संबंध, एक शारीरिक जरूरत ही होती है।
जिसकी स्त्री और पुरूष उम्र के एक पड़ाव में इच्छा रखते हैं।
विवाहित जीवन में संभोग करना स्वास्थ्य के दृष्टि कोण से तो अच्छा होता ही है।
साथ ही ये आपसी रिश्तों में और मजबूती और गहराई लाने में मदद करता है।
आपसी रजामंदी से एक बेहतर सेक्स संबंध बनाने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
इसके अतिरिक्त हार्ट से जुड़ी प्रॉब्लम्स का सामना नहीं करना पड़ता है।
आपसी तालमेल और प्रेम से किया गया संभोग,
डिप्रेशन जैसी चिंता जनक समस्या को भी दूर रखने में मदद करता है।
जैसे कि संभोग करने से ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर भी संभावनाओं में कमी आ सकती है।
आइए समझने का प्रयास करते हैं कि सेक्स करने से कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते है।
साथ ही गुड हेल्थ के लिए सेक्स कितनी बार करना चाहिए?
इम्युनिटी बूस्ट होती है
रोजाना खुशी से किया गया सेक्स, बॉडी में इम्युनिटी बूस्ट करने वाली एंटीबॉडी की मात्रा को बढ़ाती है।
जिससे मौसम परिवर्तन का आपके शरीर में असर नहीं पड़ता है।
जैसे कि आप सर्दी, खाँसी, जुकाम आदि से बचे रहते हैं।
तनाव में कमी
अगर पति-पत्नी रोज संभोग करते हैं, तो इससे उनके शरीर की बहुत सी बीमारियां दूर होती हैं।
दिल और दिमाग को एक शांति और सुकून का अनुभव होतो है। जिससे मानसिक तनाव में कमी आती है।
साथ ही दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावना में भी कमी आती है।
हर रोज सेक्स करने से व्यक्ति की उम्र भी लंबी होने में मदद मिलती है।
वो लंबी जिंदगी जी सकता है। क्योंकि हर वक्त खुशी और रोमांच अनुभव होने से, हेल्दी हॉर्मोन बॉडी में रिलीज होते रहते हैं।
इसलिए प्रतिदिन संभोग के फायदे मिल सकते हैं।
पीरियड्स के दर्द से मुक्ति
पीएमएस क्रैंप पीरियड् आने से कुछ दिन पूर्व संभोग करने से, आपको पेट में तीव्र पीड़ा से मुक्ति मिल सकती है।
अगर आपको गैस की प्रॉब्लम भी बनी रहती है, तो रोजाना सेक्स का अनुभव आपको पेट में गैस की समस्या से भी दूर कर सकता है।
हार्ट के लिए बेहतर
एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि जो लोग माह में केवल एक बार रिलेशन बनाते हैं।
उनकी अपेक्षा में सप्ताह में दो बार से भी ज्यादा इंटिमेट रिलेशन वाले लोगों को हार्ट अटैक का खतर कम होता है।
क्यों हो रही है सेक्स में रूचि कम?
स्टडी की बात करें, तो आग लोग बहुत ज्यादा व्यस्त जीवन जीने लगे है।
घर की और बाहर बढ़ती जिम्मेदारियों के कारण एक छत के नीचे रहते हुए भी पति-पत्नी की रोमांस में रूचि घटती जा रही है।
इसके अलावा सोशल मीडिया में सारा-सारा दिन गुजारने की बुरी आदत अलग से पड़ चुकी है।
मनोरंजन के साथ ही लोगों ने अपने अलग ढूंढ लिये हैं। इसलिए भी उन्हें अब सेक्स कोई मनोरंजन का साधन लगता ही नहीं है।
सेक्स की ओर से दिलचस्पी ही खत्म हो रही है। कुल मिलाकर आधुनिक जीवन में बदलती जीवन शैली भी संभोग में कम रूचि की एक विशेष वजह है।
ऐसा नहीं है कि बिल्कुल ही खत्म हो गई है संभोग में रूचि।
अगर युवा कपल या प्रेमी-प्रेमिका की बात करें, तो वो एक साल में अमूमन 54 बार शारीरिक संबंध बनाते हैं।
जोकि सप्ताह में एक बार संभोग करने से थोड़ा ज्यादा है। जबकि मैरिड कपल जो एक ही बेडरूम में रहते हैं, वो एक साल में 51 बार ही रिलेशन बनाते हैं।
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कितनी बार सेक्स से ज्यादा क्या है जरूरी?
वैसे तो शादीशुदा जोड़ों में सेक्स संबंध स्थापित होना जरूरी है। लेकिन इसकी फ्रीक्वेंसी कितनी होनी चाहिए, ये इतना मैटर नहीं करता है।
मतलब कि आप कितनी बार संभोग करते हैं, इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। अगर आप कपल्स, आपस में एक-दूसरे से खुश हैं।
संतुष्ट हैं और एक-दूसरे का सम्मान और भावनाओं का ख्याल रखते हैं।
इस स्थिति में हेल्दी और हैप्पी रहने के लिए सप्ताह में एक बार सेक्स करना भी बहुत है।
फिर भी एक्सपर्ट की मानें तो किसी रिश्ते की संतुष्टि के लिए सप्ताह में एक बार से ज्यादा बॉडी रिलेशन बनाना ही चाहिए।