महिलाओं की कामेच्छा कैसे बढ़ायें? (Mahilaon ki kamecha kaise badhaye?)
कामेच्छा की कमी (kamecha ki kami) चाहे पुरूष में हो या स्त्री में। कहीं-न-कहीं विवाहित जीवन में सेक्स लाईफ (sex life) को बोरिंग बना देती है। पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं में कामेच्छा की कमी अधिक देखने को मिलती है। कारण चाहे जो हो भी सेक्स इच्छा की कमी के कारण (sex iccha ki kami ke karan) महिलाएं संभोग का आनंद लेने में असक्षम हो जाती हैं। साथ ही अपने पुरूष साथी को भी खुश नहीं कर पाती हैं। कई बार तो स्त्रियां चाहकर भी अपने पार्टनर को कामसुख (kamsukh) नहीं दे पाती हैं। अंदर से ही इच्छा समाप्त हो चुकी होती है।
कामेच्छा की कमी का मतलब क्या है?
सेक्स में अरूचि होना, संभोग (sambhog) करने का मन नहीं करना, कामेच्छा की कमी कहलाता है।
कामेच्छा की कमी के लक्षण को कैसे पहचानें?
यहां ये बात बहुत मायने रखती है कि आखिर कैसे तय करें कि किसी पुरूष अथवा महिला में कामेच्छा की कमी है? क्योंकि केवल 1, 2 अथवा 3-4 दिन के अंदर सेक्स में अरूचि को कामेच्छा की कमी नहीं माना जा सकता है। कभी-कभी मानसिक व स्थानीय स्थिति ऐसी नहीं होती, कि सेक्स के बारे में सोचा जा सके।
लेकिन आपका आपका रिश्ता मधुर है। किसी चीज को लेकर कोई तनाव नहीं है। वातावरण भी सेक्स के अनुकूल है। इसके बावजूद सेक्स में अरूचि होती है। एक-दूसरे को स्पर्श करने अथवा चूमने, आलिंगनबद्ध के बाद भी उत्तेजना नहीं आती है, तो इसे कामेच्छा की कमी के लक्षण में शामिल किया जा सकता है।
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कामेच्छा की कमी के कारण शादीशुदा जीवन पर प्रभाव
सेक्स एक शारीरिक जरूरत के साथ-साथ हेल्दी एक्सरसाइज भी है। जो शारीरिक और मानसिक रूप से स्वास्थ्य प्रदान करने में मदद करती है। चाहे महिला हो या पुरूष, हेल्दी सेक्स लाइफ दोनों ही जीना चाहते हैं। विवाह के बाद स्त्री और पुरूष के रिश्तों की मजबूत बुनियाद को उनकी सेक्स लाइफ ही निश्चित करती है।
महिलाओं में कामेच्छा की कमी के कारण पति-पत्नी के आपसी रिश्तों की मधुरता कम होने लगती है। महिलाएं संभोग से जी चुराने लगती हैं। जिसके कारण अपने पार्टनर से कलह होने लगता है। छोटी-छोटी बात पर वाद-विवाद इतना बढ़ जाता है, कि घर का माहौल खराब हो जाता है।
पुरूष शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित होने लगते हैं। वे विवाहित होन के पश्चात् कामसुख से वंचित रहने पर मजबूर हो जाते हैं। क्योंकि उनकी फिमेल पार्टनर एकदम ठंडी होती है। उनके अंदर सेक्स इच्छा समाप्त हो चुकी होती है। जब भी पुरूष इच्छा जताते हैं, तो हर बार स्त्री ना-नुकूर करने लगती हैं। बेमन से संभोग करती हैं। खुलकर साथ नहीं देती। पुरूष्ज्ञ के द्वारा स्पर्श करने पर ऐसा व्यवहार करती है, मानों उनके साथ बलात्कार जैसा घिनौना कार्य किया जा रहा हो।
कुल मिलाकर औरत की सेक्स इच्छा में कमी आ जाने से सेक्स लाइफ के साथ-साथ, विवाहित जीवन की पूरी नींव हिल सकती है। कई बार तो बात तलाक तक भी पहुंच जाती है।
कामेच्छा की कमी दूर करने के घरेलू उपाय
लहसुन
आपको करना ये है कि लहसुन की एक कच्ची कली रात को सोने से पहले रोजाना अपनी पार्टनर को खिलायें। उन्हें कहें कि इसे चबा-चबाकर खाना है, रस चूसते हुए। अगर स्वाद तीखा लगता है, तो आधा चम्मच शहद के साथ खिलायें। 10 से 15 दिन आप ये तरीका अपनायें। आपकी ठंडी पार्टनर भड़कता हुआ शोला बन जायेगी। ऐसा जोश उनके अंदर आ जायेगा कि आपके पसीने छुड़ा देंगी (how to increase excitement in female)। इतना जबरदस्त देशी नुस्खा है ये।
अश्वगंधा
कई बार मानसिक तनाव के कारण भी महिलाओं में कामेच्छा की कमी होने लगती है। जिसके कारण सेक्स में अरूचि होने की समस्या पेश आने लगती है। महिलाओं में स्टेमिना (stamina) और जोश की कमी होने लगती है। इस समस्या से छुटकारा दिलाने में अश्वगंधा का सेवन काफी मदद कर सकता है। अश्वगंधा में मौजूद कॉर्टिसोल (cortisol) नामक तत्व तनाव को कम करने में मदद करता है। कामेच्छा को बढ़ाने में मदद करता है।
रोजाना रात को सोने से पहले गुनगुने दूध में एक चम्मच अश्वंगधा का चूर्ण सेवन करने से महिलाओ की कामेच्छा में तेजी से वृद्धि होती है।
सेब
जो महिलाएं अपनी सेक्स लाइफ को मधुर बनाये रखना चाहती हैं, वे रोजाना एक सेब जरूर खायें। सेब का सेवन करने से कामेच्छा में वृद्धि होती है। साथ ही लंबे समय तक संभोग के आनंद को बनाये रखता है। सेब में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant), फ्लेवोनॉयड (flavonoids) तत्व होता है, जो महिलाओं के यौन अंगों में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। यौन अंगों में रक्त का प्रवाह तेज होने से महिलाओं को उत्तेजना प्राप्त करने में आसानी होती है। साथ ही सेब खानेसे संभोग के दौरान होने वाली पीड़ा का अनुभव भी नहीं होता है।
केसर
केसर भी महिलाओं में कामेच्छा यानी लिबिडो को बढ़ाने का काम करती है। आप केसर को दूध में भी डालकर पी सकती हैं। चाहें, तो केसर के दो-तीन रेशे को गर्म पानी में डालकर रखें। इसके बाद आप इसे चावल के साथ खा सकती हैं।
रोजाना केसर का दूध पीने से सेक्स उत्तेजना में वृद्धि होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इसके अलावा केसर के 2 से 3 रेशे को गर्म पानी में डालकर। बाद में चावल के साथ इसका सेवन करने से भी महिलाओं में कामेच्छा (libido) की कमी दूर होती है।
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सेक्स उत्तेजना बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा (Sex uttejna badhane ki ayurvedic dawa)
कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा का सेवन करने से कोई साइड इफेक्ट (side effect) नहीं होता है। साथ ही महिलाओं की कामेच्छा में भी नेचुरल तरीके से वृद्धि होती है। ऐसी ही एक सेक्स उत्तेजना बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा का नाम है जोश किंग (Josh KIng)।
यह आयुर्वेदिक दवा कैप्सूल के रूप में आती है और पूरी तरह से हर्बल मेडिसिन है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के मिश्रण से इस दवा का निर्माण किया गया है। आपको अपनी पार्टनर को यह आयुर्वेदिक कैप्सूल खिलाना है। 10 से 15 दिन में ही आपको असर दिखना शुरू हो जायेगा। 30 से 40 दिन तक लगातार इस दवा का सेवन करने से महिलाओं की कामेच्छा में बहुत सुधार आ जाता है। सेक्स में रूचि बढ़ने लगती है। सेक्स के दौरान अपनी ओर से पुरूष का पूरा सहयोग करती हैं। जोश और स्टेमिना भी इतना बढ़ जाता है कि लंबे समय तक संभोग का आनंद ले पाते हैं।
जोश किंग की विशेषता
- महिलाओं में तनाव को कम करके दिमाग को शांत रखने में मदद करती है।
- सेक्स के दौरान परर्फोमेंस पर बढ़िया तरीके से फोकस करने में मदद करती है।
- यौन अंगों में खून के प्रवाह को बढ़ाकर उत्तेजना प्राप्त करने में मदद करती है।
- सेक्स हार्मोन्स को एक्टिव करती है।
- महिलाओं में जोश और स्टेमिना को बढ़ाती है।
- संभोग के आनंद को बढ़ाती है।