श्वेत प्रदर क्या है?
तीव्र जलन और खुजलि के साथ महिलाओं को योनि से सफेद रंग का तरल बहता है, जिससे बहुत अधिक बदबू आती है। यह चिपचिपा और गाढ़ा होता है। इसे ही श्वेत प्रदर कहते हैं।
क्या श्वेत प्रदर गंभीर रोग है?
यूं तो महिलाओं में योनि से सफेद पानी आना सामान्य बात है, जोकि अक्सर उन्हें मासिकचक्र के आरम्भ या अंत में आता है। या किसी को गर्भधारण के समय यह पानी आता है। लेकिन जब स्थिति यह हो जाये कि सफेद पानी आने के साथ-साथ योनि में असहनीय जलन, खुजलि, संक्रमण हो और साथ में बेचैनी व घबराहट भी महसूस होने लगे, तो फिर श्वेत प्रदर गंभीर समस्या बन सकती है, जिसका उपचार समय रहना करवाना उचित है।
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श्वेत प्रदर के लक्षण क्या हैं?
निम्नलिखि लक्षणों से श्वेत प्रदर की पहचान की जा सकती है..
1. मुख्य लक्षण है कि योनि से अधिक मात्रा सफेद पानी आता है, जोकि बहुत दुर्गंधयुक्त होता है।
2. सिर दर्द व कमर में दर्द होना।
3. शारीरिक कमजोरी व थकान महसूस होना।
4. स्वभाव का चिड़चिड़ा हो जाना।
5. किसी भी काम को करने में दिल नहीं लगना।
6. नींद अधिक आना।
7. योनि के आसपास तीव्र जलन व खुजलि।
8. बार-बार मूत्र जलन के साथ आना।
9. भूख ना लगना और जी मिचलाना।
10. आंखों के नीचे डार्क सर्कल बन जाना।
11. पेट में हर समय भारीपन महसूस होना आदि।
ल्यूकोरिया के घरेलू उपाय क्या हैं?
1. आंवलों को सूखाकर चूर्ण पाउडर बना लें और इस पाउडर को प्रतिदिन एक चम्मच की मात्रा में साफ पानी साथ लें। कुछ ही दिनों में ल्यूकोरिया की समस्या जड़ से समाप्त हो जायेगी।
2. पका केला अगर चीनी के साथ सेवन किय जाये, तो श्वेत प्रदर में बहुत जल्द आराम मिलता है। इसके अलावा पके केले को घी या फिर मक्खन के साथ सेवन करने से भी सफेद पानी की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है। यह उपाय को दिन में दो समय करना जरूरी है।
3. अगर आप चाहती हैं कि जल्द से जल्दी आपकी लिकोरिया की समस्या दूर हो जाये, तो आप यह उपाय करें। जामुन खाने के बाद इनके बीजों को धूप में सुखा लें। बीज जब धूप में अच्छी तरह सूख जायें, तो इन्हें पीसकर एकदम बारीक पाउडर बना लें। अब आपको करना यह है कि इस तैयार चूर्ण को रोजाना सुबह-शाम ठंडे पानी के साथ सेवन करना है। आप पूरी तरह स्वस्थ हो जायेंगी।
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4. अगला उपाय जो हम बताने जा रहे हैं श्वेत प्रदर का रामबाण इलाज है। आपको सूखे अंजीर ले लेने हैं और इन्हें रात को किसी साफ बर्तन में साफ पानी भरकर भिगोकर रख दें। अगली सुबह जब अंजीर थोड़े गल जायें तो इन्हें पीसकर सुबह खाली पेट खा लें। एक हफ्ते में ही ल्यूकोरिया कहां गया आपको पता ही नहीं चलेगा।
5. नीम की सूखी छाल को पहले अच्छे सुखा लें और बाद में इसका चूर्ण बना लें। इस तैयार चूर्ण को आपको एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर सेवन करना है। श्वेत प्रदर में पूरा आराम मिलेगा और योनि में जलन व संक्रमण भी पूरी तरह दूर हो जायेगा।