Nil-Shukranu – मसाने में अत्यधिक गर्मी हो जाने के कारण वीर्य पतला हो जाता है।
जिस कारण शुक्राणु कम हो जाते हैं या मर जाते हैं जिसे Nil Shukranu की समस्या कहा जाता है।
बचपन से ही अत्याधिक हस्तमैथुन करते रहना जवानी में कई प्रकार की सेक्स समस्याओं को जन्म देता है।
जिसमें से एक समस्या होती है निल शुक्राणु की
इस समस्या का मरीज कभी भी संतान-सुख प्राप्त नहीं कर सकता।
क्योंकि उसके वीर्य में शुक्राणु की संख्या बिल्कुल नहीं होती।
आजकल छोटे बड़े शहरों में जगह-जगह आपको इंफर्टिलिटी सेंटर देखने को मिल जायेंगे।
जो कि मशीनी सिस्टम के माध्यम से महिला को गर्भवती बनाते हैं।
इस प्रक्रिया को करने में खर्च भी बहुत अधिक आता है।
3 से 7 लाख तक का खर्च आप मान ही लीजिये।
ऐसे इंफर्टिलिटी सेंटर्स की अधिक जानकारी आपको गूगल से मिल ही जायेगी।
लेकिन हमारा मानना ये है कि प्राकृतिक रूप से किया गया कोई भी कार्य आपके व आपके होने वाले बच्चे के लिये सदैव हितकारी रहेगा।
इसलिये आपकी कोशिश सदैव यह ही होनी चाहिये कि प्राकृतिक रूप से संभोग के द्वारा ही संतान की प्राप्ति हो जिससे रूपया तो बचेगा ही साथ ही बच्चे का शरीर भी स्वस्थ रहेगा।
Nil Shukranu की समस्या से ग्रस्त मरीज आयुर्वेदिक उपचार के द्वारा अपनी समस्या से निजात पा सकते हैं।
आयुर्वेदिक चिक्त्सिा पद्धति में आपको सब्र व धैर्य रखना होगा अगर सही व सटीक इलाज आप लेते हैं तो थोड़ा समय तो जरूर लगेगा।
लेकिन धीरे-धीरे आपके शुक्राणुओं की संख्या बढ़नी शुरू हो जायेगी फिर एक समय ऐसा भी जरूर आयेगा जब आपको संतान का सुख मिलेगा।
काहन आयुर्वेदा में शुद्ध, प्राकृतिक व जड़ी-बूटियों द्वारा आयुर्वेदिक दवायें तैयार की जाती हैं आप संपर्क कर सकते हैं।