Hastmaithun यानी जब कोई व्यक्ति तीव्र कामोत्तेजना के कारण संभोग करना चाहता हो लेकिन उसके पासअपनी उत्तेजना को शांत करने का कोई साधन(पत्नी/स्त्री/वेश्या) उपलब्ध न हो तो वह अपने हाथों से लिंग को सहला कर घर्षण करके वीर्य स्खलित कर लेता है।
इसे ही hastmaithun कहते हैं। हस्तमैथुन यदि 18 से 22 साल की उम्र में महीने में एक या दो बार किया जाये तो इससे हमारे लिंग को कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन इससे अधिक मात्रा में किया गया हस्तमैथुन भविष्य में सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकता है।
हस्तमैथुन जिसे अंग्रेजी में मास्टरबेशन (Masturbation) और आज के युवाओं की भाषा में ‘मुठकरनी‘ कहते हैं। यूं तो हस्तमैथुन करना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जोकि कि युवा उम्र के लोग अक्सर कर लिया करते हैं लेकिन हस्तमैथुन की आदत या बार-बार करना भविष्य में गंभीर परिणाम के रूप में सामने आ सकता है।
हस्तमैथुन की आदत पुरूषों में लिंग से जुड़ी समस्याएं पैदा कर देता है। क्योंकि कई पुरूष हस्तमैथुन करते समय इतने अधिक उत्तेजित और उग्र हो जाते हैं कि लिंग को बुरी तरह तरोड़ने-मरोड़ने लगते हैं जिससे लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं या मर जाती है।
इसी समस्या के लिए लिंग में तनाव ना आने की समस्या पैदा हो जाती है, जिसे नामर्दी कहते हैं।
1. सबसे पहले एकांत में रहने से बचें।
2. स्वयं को व्यस्त रखें।
3. तेज गरम मसालेदार या तली हुई चीजें ना खायें।
4. पेट के बल ना सोयें।
5. अश्लील फिल्म, चित्र या साहित्य से दूर रहें।
6. रात को सोने से पहले स्नान करके सोयें।
7. लिंग को बार-बार स्पर्श ना करें।
8. बुरे विचारों व धूम्रपान, नशे जैसी आदतों से दूर रहें।