ling ka size kaise badhaye : sex samasya
किस उम्र में लिंग का साइज रूक जाता है? | Kis umar me ling ka size ruk jata hai?
पुरूषों के लिए लिंग (ling) एक विशेष यौन अंग है।
लिंग का बेहतर साइज मर्दों में उनकी मर्दानगी और यौन शक्ति की पहचान होता है।
लिंग के साइज को यौनावस्था में बेहतर बनाया जा सकता है।
इसकी शक्ति को बढ़ाकर मजबूत बनाया जा सकता है।
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किस उम्र में पेनिस बड़ा होने लगता है और बड़ा होना रूक जाता है?
यौनावस्था की ओर बढ़ रहे युवाओं में। यानी 12 से 14 आयु के दौरान लिंग बड़ा होना शुरू होता है।
जोकि शरीर में ग्रोथ हार्मोन के पीरियड में होता है।
यही उम्र होती है जब युवा लड़कों में उनके लिंग का साइज बढ़ना शुरू होने लगता है।
एडल्ट उम्र में पहुंचने के दौरान आपको हार्मोनल बदलाव के अनुसार खुद को ढालना होगा।
तभी बेहतर रिजल्ट मिल सकते हैं।
जहां तक प्रश्न है कि लिंग का साइज कब बढ़ना बंद होता है।
इसकी उम्र लगभग 16 से 22 की उम्र तक निर्धारित माना जा सकता है।
पेनिस का साइज और कार्य इस उम्र के अनुसार तुरन्त बदला होता है।
साइज के एंगल से, पेनिस हाइट से चौड़ाई के सीरियल में वृद्धि करेगा।
वैसे लिंग कुछ टाइम के लिए ग्रोथ करता है।
उसके बाद खुद ही रूक जाता है और दोबारा ग्रोथ करने लगता है।
जबकि अंडकोष का साइज आहिस्ता ग्रोथ करेगा।
नॉर्मली पेनिस का साइज (normal penis size) 18 से 21 की ऐज में अपने औसत आकार में आ जाता है।
लिंग का नॉर्मल साइज कितना होना चाहिए? | Ling ka normal size kitna hona chahiye?
यह व्यस्क पुरूषों के सेक्स हार्मान पर निर्भर करता है।
सेक्स हार्मोन के इफेक्ट के कारण पुरूषांग का आकार अलग-अलग हो सकता है।
एक नॉर्मल पेनिस का साइज औसतन 3.4-3.7 इंच होता है।
यह बिना उत्तेजना (तनावरहित लिंग) वाली अवस्था होती है।
तनाव में आने के बाद लिंग की औसत लंबाई 5.1-5.7 इंच तक हो सकती है।
वहीं अगर लिंग की चौड़ाई (मोटाई) के साइज की बात करें। ये 3.7-3.9 इंच के बीच हो सकती है।
जहां तक कंडोम के आकार की बात करें।
तो कंडोम नॉर्मली पेनिस के साइज के होते हैं।
इसलिए कंडोम के लिंग के साइज के हिसाब से बेहतर माना जा सकता है।
क्या लिंग का छोटा होना एक यौन विकार है?
जी नहीं, लिंग का छोटा होना या तनावरहित अवस्था में छोटा दिखना।
ये कोई हेल्थ या सेक्सुअल प्रॉब्लम नहीं है।
अगर तनावरहित अवस्था में लिंग का साइज 3.4-3.7 इंच तक है।
जोकि औसतन साइज माना जाता है। तब ये कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है।
बिना इरेक्शन वाला पेनिस साइज किसी समस्या को नहीं दिखाता है।
क्योंकि तनाव आने के बाद लिंग काफी बड़ा और सुडौल दिख सकता है।
हां अगर तनाव आने के बाद लिंग छोटा दिखता है।
तब इसे यौन समस्या के अंदर गिना जा सकता है।
वैसे मेडिकल साइंस के अनुसार लिंग औसतन साइज से छोटा होना
माइक्रोपेनिस नामक लक्षण हो सकता है।
इस लक्षण के अंदर पुरूष के जन्म के समय लिंग का साइज 0.75 से कम होना होता है।
यह माइक्रोपेनिस से जुड़ी हार्मोनल प्राब्लम्स के कारण हो सकता है।
किन कारणों से लिंग बढ़ना रूक जाता है? | Ling lambai nahi badhne ke karan
बहुत से कारण हैं जो पेनिस के साइज की लंबाई को रोक सकते हैं।
हम आपको कुछ ऐसे कारण बता रहे है।
जिनके कारण लिंग का साइज छोटा हो सकता है।
नेचुरल इरेक्शन पॉवर की कमी
अगर आप अपने लिंग की मजबूती को बनाये रखना चाहते हैं, तो एक्सरसाइज करें।
कहने का मतलब है कि एक व्यस्क पुरूष को पूरे दिन में एक बार नेचुरल इरेक्शना जाना जरूरी है।
जैसे कि किसी पुरूष को रात को या फिर सुबह के समय आता है।
आपने भी महसूस किया होगा कि आपको सुबह उठते ही
लिंग उत्तेजित अवस्था में महसूस होता है। जोकि जरूरी भी है।
इसलिए लिंग क हेल्थ को अनदेखा ना करें।
इसका ख्याल जरूर रखें, ताकि पेनिस की हेल्थ और लंबाई बेहतर होने मे मदद मिल सके।
बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करना
कहते हैं ईश्वर ने मानव जीवन को इस तरह बनाया है कि इसमें संतुलन जरूरी है।
कोई भी काम एक दायरे में रहकर जरूरत के अनुसार ही करना चाहिए।
इसलिए कहावत भी है कि अति हर चीज की बुरी होती है।
ठीक ऐसे ही सामान्यतौर पर किया गया हस्तमैथुन स्वीकार है।
महीने में 4 से 5 बार हस्तमैथुन करना गलत नहीं है।
बल्कि ये लिंग के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी सही माना गया है।
लेकिन बहुत ज्यादा हस्तमैथुन करने से।
यानी एक ही दिन में 2 से दिन बार करना।
वो भी नियमित रूप से लिंग की हेल्थ के लिए बिल्कुल सही नहीं है।
इससे लिंग का साइज रूक सकता है।
शराब का जरूरत से ज्यादा सेवन
लंबे समय तक और ज्यादा मात्रा में मदिरापान स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।
यहाँ तक कि ये पुरूषों व महिलओं में उनके यौन स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है।
पुरूषों के पेनिस हेल्थ को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
जिसके कारण इरेक्शन की कमी व लंबाई की कमी भी हो सकती है।
दरअसल बहुत ज्यादा शराब पीने से दिमागी सेंसेटिविटी कम होती है,
जो कि इरेक्शन में रूकावट का कारण बन सकती है।
पुरूष को रिलेशन बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
लंबे समय तक दवाईयों का सेवन
आज के वर्तमान में लगभग हर व्यक्ति किसी ना किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा है।
जिसके लिए लंबे समय तक दवाईयों का सेवन भी करना पड़ता है।
जैसे कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉइड, हाई कॉलेस्ट्रॉल आदि।
कुल मिलाकर किसी ना किसी हेल्थ प्रॉब्लम के लिए दवाईयों पर निर्भर रहना पड़ता है।
इन्हीं दवाईयों में कुछ दवाईयाँ लिंग के सिकुड़ने का कारण बन सकती हैं।
अत्यधिक धूम्रपान
धूम्रपान ज्यादा करने से एथेरोस्क्लेरोसिस या धमनियों के अंदर प्लाक बन जाता है।
सिगरेट दिल की नसों में रूकावट पैदा कर देती है।
जिनमें ऐसी नसें भी होती हैं, जो इरेक्शन के टाइम पेनिस को ब्लड से भर देती हैं।
सिगरेट के धुएं में हानिकारक केमिकल रक्त वाहिकाओं को हानिक पहुंचा सकते हैं
जिससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन की प्रॉब्लम हो सकती है।
एक रिसर्च के रिजल्ट्स में यह बात सामने आई है कि
स्मोकिंग न करने वाले पुरुषों की तुलना में स्मोकिंग करने वालों के पेनिस साइज कम थे।
ऐसा इसलिए, क्योंकि स्मोकिंग ब्लड सर्कुलेशन की गति को रोकता है।
लिंग के तनाव में बाधा उत्पन्न करता है।
जिससे लिंग का साइज कम हो सकता है।
पोष्टिक आहार की कमी
कई लोग समय अभाव की कमी के कारण।
या फिर अपनी खुद की कमी यानी स्वाद के कारण
बाहर का भोजन करने पर निर्भर होते जा रहे हैं।
घर का पौष्टिक आहार नहीं खा रहे हैं।
जिससे शरीर में उचित पोषण की कमी होने लगती है।
जिसका असर कहीं न कहीं लिंग के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
बहुत ज्यादा फास्ट फूड, जंक फूड खाने से एक्स्ट्रा फैट बढ़ जाता है।
व्यक्ति ज्यादा वजन और मोटापे का शिकार हो जाता है।
ऐसे में जरूरत से ज्यादा वजन होने पर लिंग के आकार पर गंदा असर पड़ रहा है।
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क्या दवा की मदद से लिंग का साइज बढ़ाया जा सकता है?
जी, आयुर्वेदिक दवा पैनीवेन / PeniVein को खाने से लिंग के साइज को बढ़ाने में मदद मिलती है।
लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर एक स्वस्थ लिंग पाया जा सकता है।
काहन आयुर्वेदा कंपनी का साइज किंग कैप्सूल और ऑयल एक बेहतरीन दवा है।
जिससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
इसके नियमित सेवन और इस्तेमाल से
लिंग की लंबाई, मोटाई, ढीलापन और टेढ़ेपन में सुधार होता है।