महिलाएं अपनी ब्रेस्ट को सुडौल कैसे बनायें? | Mahilayen apni breast ko sudol kaise banaye?
हर स्त्री का सपना सुंदर व आकर्षक शरीर/breast पाने का होता है।
जिसमें शरीर के अन्य अंगों के साथ स्तनों का भी बहुत महत्वूर्ण रोल होता है।
इसलिए हर महिला सुडौल, सही आकार और अट्रैक्टिव ब्रेस्ट पाना चाहती है।
लेकिन कुछ महिलाओं में गलत खानपान व खराब लाइफ स्आइल के कारण स्तन का साइज रूक जाता है।
वे बेजान और ढीले भी रह जाते हैं।
साथ ही बेस्ट का साइज का छोटा रह जाना शरीर में एस्अ्रोजन की कमी के कारण भी होता है।
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महिलाओं में ब्रेस्ट साइज रूक जाना क्या प्रभाव डालता है?
जिन महिलाओं में उनके स्तन / breast का साइज रूक जाता है।
सही छोटे और ढीले स्तन के कारण उनकी पर्सनेलिटी फिकी लगती है।
वे अन्य महिलाओं की तुलना में कम आकर्षक दिखती हैं।
उनका नारी यौवन सौंदर्य अनार्षक लगता है।
उनके शरीर में सभी तरह के आउटफिट जचते भी नहीं हैं।
जिसके कारण कम स्तन आकार वाली महिलाओं में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है।
कई महिलाएं तो छोटे स्तन के कारण मिलने वाले कटाक्ष से डिप्रेशन तक में चली जाती हैं।
इस कंडिशन में ऐसी महिलाएं अपने ब्रेस्ट साइज को बढ़ाने के लिए इंजेक्शन व सर्जरी तक की मदद लेती हैं।
साथ ही कुछ स्त्रियाँ स्तन को बड़ा करने के लिए दवाईयों और क्रीम का भी सहारा लेती हैं।
वहीं कुछ महिलाएं केवल प्राकृतिक तरीकों से अपने स्तनों का आकार बढ़ाकर
उन्हें सुंदर व सुडौल बनाने का प्रयास करती हैं।
अगर आप भी नेचुरल तरीके से ब्रेस्ट साइज बढ़ाना चाहती हैं।
तो ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के घरेलू उपाय अपना सकती हैं।
आइए जानते हैं सतनों का आकार बढ़ाने के घरेलू तरीकों के बारे में।
ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय | Breast size badhane ke gharelu upay
तेल से करें मालिश
स्तनों पर तेल की मसाज करने से उनके आकार में वृद्धि की जा सकती है।
दरअसल ब्रेस्ट मसाज से ब्रेस्ट में ब्लड सर्कुलेश बढ़िया होता है।
जिससे ब्रेस्ट की मसल्स स्ट्रॉन्ग होती है। साथ ही उनकी ग्रोथ में मदद मिलती है।
रोजाना स्तनों की मालिश से ब्रेस्ट सुडौल भी होना शुरू हो जाते हैं।
स्तनों की मालिश के लिए जैतून या तिल का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
तेल इस्तेमाल करने का तरीका यह है कि तेल को मामूली गुनगुना कर लें।
फिर दो से तीन बूंदे लेकर हल्के हाथों से स्तनों पर मसाज करें। मसाज 10 से 15 मिनट करनी है।
कुछ ही दिनों में आपको अपने स्तनों के आकार में फर्क महसूस होने लगेगा।
मेथी के बीज चबाएं
आप अपनी डाइट में मेथी के बीजों को शामिल कर सकते हैं।
मेथी के बीज, बॉडी में एस्ट्रोजन के लेवल को बढ़ाने में मदद करते हैं।
इससे स्तन का आकार बढ़ने लगता है।
इसके लिए आप मेथी के बीजों को एक गिलास पानी में रातभर भिगोकर रखें।
सुबह इन बीचों को अच्छे से चबाकर खायें।
आप चाहें तो मेथी के बीजों का पानी भी सकते हैं।
या एक काम और कर सकते हैं।
आप मेथी के बीजों के पेस्ट बनाकर ब्रेस्ट लगा भी सकते हैं।
इससे भी कुछ हफ्तों में ब्रेस्ट का साइज बढ़ने लगता है। ब्रेस्ट सुडौल होने शुरू हो सकते हैं।
ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए सोयाबीन का सेवन करें
स्तन का आकार बढ़ाने के लिए सोयाबीन का सेवन लाभकारी हो सकता है।
सोयाबीन में नेचुरल एस्ट्रोजन होता है।
जो शरीर में एस्ट्रोजन की कमी को पूरा कर सकता है।
बॉडी में एस्ट्रोजन की कमी ब्रेस्ट साइज को रोक देती है।
सोयाबीन को अपने आहार में शामिल करने से एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ता है।
जिससे स्तनों का आकार भी बढ़ सकता है। इसके अलावा, सोयाबीन प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत है।
जो ब्रेस्ट मसल्स की ग्रोथ में मदद करता है।
व्यायाम व योगा अवश्य करें
रेगुलर एक्सरसाइज व योगा करने से भी आप अपने ब्रेट का साइज बढ़ा सकते हैं।
शारीरिक गतिविधि से ब्रेस्ट की मसल्स स्ट्रॉन्ग बनती है।
उनकी ग्रोथ भी बढ़िया होता है। स्तनों का आकारा बढ़ाने के लिए आप ये एक्सरसाइज कर सकते हैं।
जैसे कि पुश-अप्स, वाल प्रेस, डंबल प्रेस और पुलओवर जैसी एक्सरसाइज कर सकते हैं।
साथ ही कुछ जरूरी आसन भी कर सकते है।। जैसे कि भुजंगासन, उष्ट्रासन, वृक्षासन, और गोमुखासन।
इन आसनों की मदद से भी ब्रेस्ट के साइज को बढ़ाया जा सकता है।
स्तन का आकार बढ़ाने के लिए शतावरी का सेवन करें
आयुर्वेद में मौजूद विशेष औषधि शतावरी का भी आप सेवन कर सकते हैं।
ये स्तन वृद्धि में बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है।
इसको इस्तेमाल करने के लिए आप ये काम करें।
रोजाना रात को एक कप दूख में 2-2 ग्राम के करीब शतावरी चूर्ण मिलाकर पीना शुरू करें।
रोजाना इस दूध को पीने से आपको अपने ब्रेस्ट साइज में बेहतर रिजल्ट देखने को मिल सकते हैं।
दरअसल शतावरी में बहुत से औषधिय गुण होते हैं।
जो महिला के स्वास्थ्य को कई तरह के लाभ पहुंचाने में मदद करते हैं।
अगर चिकित्सक की सलाह पर शतावरी का सेवन करके ब्रेस्ट साइज को बढ़ा सकते हैं।
स्तनों का आकार क्यों रुक जाता है? | Stan ka aakar kyu ruk jata hai?
ब्रेस्ट की साइज की ग्रोथ क्यों रूक जाती है?
यह सवाल बहुत सी महिलाओं के मन में उठता है।
ब्रेस्ट साइज बढ़ाने और उनकी स्थिरता पर कई कारण प्रभाव डालते हैं।
यहाँ पर विस्तार से समझाया गया है कि क्यों स्तनों का आकार रुक सकता हैः?
आनुवांशिकी
स्तनों के आकार और विकास में आनुवंशिक तत्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यदि आपके परिवार में किसी के स्तनों का विकास जल्दी रुक गया था।
तब इस स्थिति में यह संभावना हो सकती है कि आपके साथ भी ऐसा ही हो।
हार्मोनल बदलाव
युवावस्था की शुरूआत में जब शरीर हार्मोनल बदलाव से गुजरता है।
तो स्तन का विकास शुरू होता है।
हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन स्तनों के विकास में विशेष भूमिका निभाते हैं।
हार्मोनल असंतुलन या हार्मोन थेरपी भी स्तनों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।
आयु
आमतौर पर स्तन का विकास युवावस्था में शुरू होता है और युवा वयस्कता तक जारी रहता है।
एक बार जब शरीर पूरी तरह से विकसित हो जाता है और हार्मोनल परिवर्तन समाप्त हो जाते हैं।
तो स्तनों का आकार भी रूक जाता है।
इसलिए एक उम्र के बाद स्तन का आकार बढ़ना बंद हो सकता है।
वजन और बॉडी स्ट्रक्चर
स्तनों के आकार में शरीर की कुल वसा की मात्रा भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
शरीर में वसा का वितरण स्तनों के आकार को प्रभावित कर सकता है।
अगर आपका वजन स्थिर रहता है या शरीर में वसा की मात्रा में
कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होता है, तो स्तनों का आकार भी स्थिर रह सकता है।
हेल्थ कंडिशन्स और बीमारियाँ
कुछ हेल्थ कंडिशन्स और बीमारियाँ ब्रेस्ट साइज की ग्रोथ को रोक कर सकती हैं।
जैसे कि हार्मोनल असंतुलन, थायरॉयड समस्याएँ। या अन्य अंदरूनी समस्याएँ ब्रेस्ट की ग्रोथ को रोक सकती हैं।
इसके अलावा, कुछ दवाइयाँ भी हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं।
जिससे स्तनों का आकार रुक सकता है।
लाइफ स्टाइल और डाइट
स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार भी स्तनों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पोषण की कमी या असंतुलित आहार से शरीर के विकास और हार्मोनल संतुलन पर प्रभाव पड़ सकता है।
जिससे स्तनों का विकास प्रभावित हो सकता है।
बढ़िया पोषण और स्वास्थ्यपूर्ण जीवनशैली से ब्रेस्ट ग्रोथ को सपोर्ट मिल सकता है।
मासिक धर्म और गर्भावस्था
मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन
स्तनों के आकार को प्रभावित कर सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान स्तनों में अधिक रक्तसंचार और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं,
जिससे स्तनों का आकार बढ़ सकता है।
हालांकि, गर्भावस्था के बाद और बच्चे के जन्म के बाद, स्तनों का आकार सामान्य स्थिति में लौट सकता है।
व्यायाम और शारीरिक गतिविधि
व्यायाम और शारीरिक गतिविधियाँ भी स्तनों के आकार को प्रभावित कर सकती हैं।
कुछ विशेष व्यायाम, जैसे कि छाती के व्यायाम, मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं
और स्तनों के आकार को कुछ हद तक प्रभावित कर सकते हैं।
लेकिन ध्यान दें कि व्यायाम से स्तनों का आकार बढ़ाना या घटाना केवल एक सीमा तक संभव है।
मानसिक तनाव
अत्यधिक मानसिक तनाव स्तनों के विकास को प्रभावित कर सकती है।
तनाव और चिंता के कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं,
जो स्तनों के आकार को प्रभावित कर सकते हैं।
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ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक तेल कौन सा इस्तेमाल करें? | Breast size ke liye kon sa tel kharide?
महिलाएं अपने स्तनों का आकार बढ़ाने व सुडौल बनाने के लिए तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं।
जिसके लिए आप काहन आयुर्वेदा का ब्रेस्ट मसाज ऑयल ‘साइज 36’ (SIZE 36) इस्तेमाल करें।
यह पूरी तरह आयुर्वेदिक व प्रभावशाली तेल है।
जिसकी मदद से ब्रेस्ट की मसल्स स्ट्रॉन्ग होने में मदद मिलती है।
ब्रेस्ट में ब्लड सर्कुलेशन का लेवल बढ़िया होता। ब्रेस्ट की एक्सरसाइज होती है।
धीरे-धीरे ब्रेस्ट साइज बढ़ने और सुडौल होने शुरू हो जाते हैं।
इसके साथ आप ब्रेस्ट को अंदर से हेल्दी और स्ट्रॉर्ग्ग बनाने के लिए साइज 36 कैप्सूल का भी सेवन कर सकते हैं।
इसकी मदद से शरीर में एस्अ्रोजन की कमी पूरी होती है, जिसकी मदद से स्तनों का विकास होने लगता है।